लेखनी प्रतियोगिता - यूं ही..
यूं ही...
यूं ही मुस्कुरा लीजिए जनाब,
ये दुनिया मुस्कुराने की वजह नही देगी,
खुद ही खिलखिला लीजिए साहब,
ये आपकी उदासियों की वजह नही पूछेगी,
खुद ही संभाल लीजिएगा अपने आप को,
ये संभलने का एक मौका नहीं देगी,
उम्र बीत जाएगी, थोड़े से सुकून की तलाश में,
ये दुनिया आपको सुकून से जीने नही देगी।।
प्रियंका वर्मा
28/10/22
Priyanka Verma
29-Oct-2022 05:30 PM
Thank you so much my Dear friends 🙏💐💐💐
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Khan
29-Oct-2022 05:25 PM
Bahut khoob 🌸👌
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Abhinav ji
29-Oct-2022 09:16 AM
Very nice👍
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